दिल्ली के बाहरी इलाके में एक पुरानी हवेली थी, जिसे लोग "निशा हवेली" कहते थे। कहा जाता था कि वहाँ एक रहस्यमयी महिला का साया भटकता था, जो हर पूर्णिमा की रात किसी न किसी को अपना शिकार बनाती थी। कई लोग गायब हो चुके थे, लेकिन कोई भी यह नहीं जान पाया कि उनके साथ क्या हुआ। राहुल और उसके दोस्त इस हवेली की सच्चाई जानने के लिए वहाँ जाने की ठान चुके थे। वे चार लोग थे—राहुल, समीर, आरव और साक्षी। उनके मन में हल्का डर था, लेकिन रोमांच की भूख ने उन्हें पीछे नहीं हटने दिया। रात के 12