रूह से रूह तक - चैप्टर 11

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अगली सुबह…प्रिंस हल्की रोशनी के बीच जागा। नींद पूरी नहीं हुई थी, लेकिन कमरे में हलचल की आवाज़ से उसकी आँखें खुल गईं। सिर थोड़ा भारी लग रहा था, शायद दवाइयों का असर था। उसने धीरे-धीरे उठने की कोशिश की, तभी दरवाजा खुला और उसकी दादी और माँ अंदर आईं।"गुड मॉर्निंग, प्रिंस!" दोनों मुस्कुराईं। "अब कैसा महसूस कर रहे हो?"प्रिंस ने हल्का सिर हिलाया और बोला, "ठीक हूँ, बस थोड़ी कमजोरी लग रही है।""वो तो रहेगी," दादी ने प्यार से कहा। माँ ने टेबल पर नाश्ता रखते हुए जोड़ा, "डॉक्टर ने आराम करने को कहा था। पहले ये हेल्दी ब्रेकफास्ट