समीक्षा- रामभरोसे मिश्र चम्बल का प्रमाणित आख्यान-मुखबिर चम्बल घाटी का नाम फिल्मी दुनिया से लेकर लोकप्रिय साहित्य तक और राजपथ से जनपथ तक ; डकैतों, बीहड़ों , समर्पणों और मुठभेड़ों के लिए जाना जाता है, लेकिन सचाई यह है कि चम्बल के डकैतों पर सिवाय अखबारी रिपोर्ताजों और सतही व पापुलर किस्म के उपन्यासों के रूप में सामग्री मिलती है, जो न तो यथार्थ है न सही विश्लेषण । सच तो यह है कि इस सम्बंध में रामकुमार भ्रमर के बाद किसी ने गंभीरता से नहीं लिखा । हां इस सन्दर्भ में पिछले दिनों पहली