" शादी का दिन "अपनी बहन मुस्कान की जगह मंडप मे बैठी पिया की आँखों से आँशु बह रहे थे लेकिन घुंघट की वजह से कोई उसका चेहरा देख नहीं पा रहा था | गभराहट की वजह से उसके हाथ कंपने लगे थे वो अपनी ही सोच मे थी, " नहीं, मे ऐसा नहीं कर सकती ये गलत है, मे इन्हे धोखा नहीं दे सकती जब इन्हे पता चलेगा की, जिस लड़की से वो शादी के सपने देख रहे थे आज उस लड़की की जगह उनके साथ मंडप मे उसकी बहन बैठी हुई है तब पता नहीं ये क्या करेंगे