नफ़रत-ए-इश्क - 47

(132)
  • 4.6k
  • 2.9k

अग्निहोत्री हाउस "जहां तक हमें पता है पहली रसोई घर की बहु घर के लोगों केलिए ही बनाती है। बाकी सबका तो सही है लेकिन तुम कौन हो जो हम तुम्हारे लिए मीठा बनाएं??" तपस्या जानवी के सामने ही हाथ बांध कर खड़ी हो गई।"मैं कौन हूं ये तो तुम्हें तुम्हारा हस्बैंड ही बेहतर बता सकता है या फिर बता चुका है और अगर फिर भी तुम ना समझ जैसे बिहेव करोगी तो ....जानवी कहते हुए उसके सामने आकर खड़ी हो गई। तपस्या ने एक जलती नजर विराट पर डाला था जो विराट ने जानते हुए भी इग्नोर किया। विराट को