जोखिम भरा प्यार......………Now on ……… विवेक जब कमरे में देखता है तो हैरान रह जाता हैं क्यूंकि कमरे में कोई नही था और पूरा कमरा तहसमहस था …विवेक : ये कहां है और कमरा इतना बिखरा हुआ क्यूं पड़ा है …ये गया कहां …(तभी तक्ष अंदर आता है)तक्ष : तुम …तुम यहां क्या कर रहे हो ……विवेक : वो तुम्हारे कमरे से कुछ गिरने कि आवाज आई तो देखने आ गया ….तक्ष : उबांक ने गिरा दिया होगा …(विवेक की तरफ देखकर) …बहुत पंख फैल चुके हैं काटने पड़ेंगे ….विवेक : तुम्हारा तोता बहुत कम दिखाई देता हैं …तक्ष : हां