क्रिक ने की नकचडी की मम्मी की गलत फेमि दूर ।" एक बार इतफाक से क्रिक का वहाँ जाना हुआ जिस शहेर मे नकचडी रेहती थी उसी शहेर मे ही क्रिक के बडे पापा की जॉब थी वहाँ उनका घर था वो वही ही रहते थे उनके घर क्रिक थोड़ी देर के लिये रुका हुआ था फिर अचानक क्रिक को याद आया की नकचडी भी तो इसी शहेर मे रेहती है क्यों ना उसके साथ बात करू हो सके तो उसे मिलु फिर क्रिक ने उसे मेसेज किया और किस्मत से वो भी क्रिक के आस पास ही बाजार मे