महाशक्ति - 30

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महाशक्ति – एपिसोड 30"विश्वास का बंधन और भ्रम का जाल"अनाया के मन में तूफान चल रहा था। उसके सामने दो रास्ते थे—या तो वह अर्जुन के प्रेम को स्वीकार कर आगे बढ़े, या फिर उसे छोड़कर चली जाए, जिससे उसकी जान बच सके।अर्जुन ने अनाया का हाथ पकड़कर उसे रोकने की कोशिश की, "तुम यह क्या कर रही हो, अनाया? क्या तुम सच में मुझसे दूर जाना चाहती हो?"अनाया की आँखों में आँसू छलक आए। वह कुछ कह नहीं पा रही थी।"अगर यह तुम्हारा निर्णय है, तो ठीक है। लेकिन याद रखना, मेरा प्रेम तुमसे कभी कम नहीं होगा," अर्जुन