दानव द रिस्की लव - 27

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……Now on…… " तुम उस लड़की को ले जाओ ……बस मुझे छोड़ दो …"तक्ष : तुझे छोड़ दूं ….मैं इतना दयालु नही हूं....(मन में) रात होने से पहले मुझे इसे यहां से ले जाना है …मैं अब इसके सामने अपने असली रुप में नहीं आ सकता." जाने दो मुझे. "तक्ष अब कुछ नहीं बोलता बस अपने नाखुनो को उसके गले में गाड़ देता है ……बाहर क्या हुआ है अदिति को कुछ नहीं पता क्यूंकि उसे तहखाने में बंद कर रखा था ……तक्ष तहखाने में जाता है और उसे वहां से बाहर ले आता है. …तभी वहां आदित्य और सब पहुंचते हैं