एक कदम बदलाव की ओर - भाग 14 (अन्तिम भाग)

  • 1.6k
  • 612

समाज की कुप्रथाओं के खिलाफ संघर्षकहानी से यह शिक्षा मिलती है कि किसी भी समाज में अगर कोई कुप्रथा या गलत परंपरा प्रचलित हो, तो उसका विरोध करना जरूरी है। अर्चना ने सती प्रथा और अन्य कुप्रथाओं के खिलाफ जो आंदोलन शुरू किया, वह हमें यह सिखाता है कि समाज में बदलाव लाने के लिए एक व्यक्ति भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। जब तक समाज के हर व्यक्ति में अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता नहीं होती, तब तक कुप्रथाएँ समाप्त नहीं हो सकतीं। अर्चना का संघर्ष यह दिखाता है कि जब हम समाज के अन्याय के खिलाफ खड़े होते