होली की तरंग में व्यंग्य के रंग यशवंत कोठारी १-मंत्री की टूटी कुर्सी –मंत्री महोदय को प्लेन में टूटी कुर्सी दी गयी ,हंगामा मच गया ,सरकार में रायता फ़ैल गया ,आनन- फानन में सब को शो काज दिए गए . वैसे जानने वाले जानते हैं की टाटा एयर लाइन सरकार को बेचता है और कुछ समय के बाद सरकार से वापस खरीदता है यह खेल कई बार खेला गया है आगे भी खेला जाता रहेगा .लाखों करोड़ों लोग इस दुःख से दुखी है ,मामाजी का दुःख सब का दुःख है ,सरकार का भी और जनता का भी लेकिन बेचारी जनता