टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 42 पिछले एपिसोड में:सिया को आखिरकार पता चला कि उसके पापा ने करण को उससे दूर करने की साजिश रची थी।अब सिया गुस्से और दर्द से भरी हुई थी।आदित्य को डर था कि कहीं करण इस मौके का फायदा न उठा ले।अब आगे…---सिया का फैसलारात के 11 बजे थे।सिया बालकनी में खड़ी थी, हवा में ठंडक थी, लेकिन उसके अंदर एक तूफान था।उसने अपने फोन में करण का नंबर डायल किया।"करण…""हाँ सिया?""मुझे तुमसे मिलना है, अभी।"करण एक पल के लिए चौंका, लेकिन फिर मुस्कुरा दिया।"ठीक है, मैं अभी आता हूँ।"---आदित्य की बेचैनीआदित्य अस्पताल में