टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 20रात के दो बजे का समय था। अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में एक अजीब-सी हलचल थी। नर्सें तेज़ी से इधर-उधर भाग रही थीं। डॉ. आदित्य ऑपरेशन थिएटर में किसी गंभीर मरीज का इलाज कर रहा था। बाहर खड़ी नव्या बेचैनी से इधर-उधर टहल रही थी।“सब ठीक तो है न, डॉ. नव्या?” एक नर्स ने पूछा।“मुझे नहीं पता… पर आदित्य बहुत देर से अंदर है,” नव्या ने चिंता से कहा।कुछ देर बाद ऑपरेशन थिएटर का दरवाजा खुला, और आदित्य बाहर आया। उसके माथे पर पसीने की बूंदें थीं, लेकिन चेहरे पर संतोष था।“पेशेंट अब