पुराने किले में अजीब सी रोशनीअर्जुन के कदम जैसे-जैसे किले के अंदर बढ़ रहे थे, उसकी हथेलियाँ और गर्म होती जा रही थीं। चारों ओर सन्नाटा था, लेकिन हवा में एक अजीब सी ऊर्जा महसूस हो रही थी।तभी अचानक, उसकी आँखों के सामने कुछ चमकदार तितलियाँ उड़ने लगीं। उनकी रोशनी हल्की नीली थी, और वे अर्जुन के चारों ओर घूम रही थीं, जैसे उसे किसी ओर इशारा कर रही हों। अर्जुन तितलियों के पीछे चल पड़ा।तितलियाँ उसे किले के अंदर एक पुराने कमरे तक ले गईं। जैसे ही अर्जुन ने उस कमरे में कदम रखा, तितलियाँ अचानक गायब हो गईं।कमरे