रात की ठंडी हवा उनके चारों ओर घनी होती जा रही थी। आरव ने ज़ोया को खुद से कसकर लगा लिया। उनके दिल एक साथ धड़क रहे थे, जैसे किसी अनजाने खतरे का सामना करने के लिए तैयार हो रहे हों। लेकिन यह खतरा क्या था? यह कौन था जो ज़ोया को वापस बुला रहा था? आरव ने मोमबत्ती उठाई और ध्यान से देखा। उसकी लौ बुझ चुकी थी, लेकिन मोम के ऊपर जो खून से लिखा था, वह धीरे-धीरे गायब हो रहा था, जैसे कोई अदृश्य हाथ उसे मिटा रहा हो। आरव को महसूस हुआ कि यह कोई सामान्य चेतावनी