सपनों के साथ प्यार - (अंतिम भाग)

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समय के साथ, रुचिका और मिहिर के रिश्ते में एक स्थिरता आ चुकी थी। दोनों ने अपने-अपने रास्ते तय किए थे, लेकिन उनकी जिंदगियों का सफर अब एक-दूसरे से बंधा हुआ था। उनका प्यार एक गहरी समझ, सम्मान और एक-दूसरे के सपनों की साझेदारी से परिपूर्ण था। अब दोनों जानते थे कि यदि वे अपने प्यार को सच्चाई में बदलना चाहते थे, तो उन्हें कभी भी एक-दूसरे से दूर नहीं होना था।रुचिका ने अपनी कला प्रदर्शनी के बाद दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई थी। उसकी कला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जानी जाती थी, और उसने जो भी काम किया