अंधेरी सुरंग में, कुछ मामूली से दिखने वाले लोग टूटते तारो की तरह आगे बढ़ रहे थे। चारो ओर बस घना अंधेरा था, और ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत लंबे समय से उड़ रहे हों। लेकिन अजीब बात ये थी कि इस सुरंग का कोई अंत ही नहीं दिख रहा था।"कमबख्त! इस सुरंग में शक्ति नाम की कोई चीज़ ही नहीं है, और ऐसा लग रहा है कि इस अंधकार में कोई रहस्यमयी शक्ति है जो धीरे-धीरे हमारी शक्तियो को निगल रही है!" ध्रुव ने अपनी अंदरूनी शक्ति से चारों ओर जांच करते हुए गंभीर आवाज़ में कहा।शक्तिदेब