भाग 1 का संक्षिप्त सारांश:अर्जुन राठौड़, एक तर्कवादी इतिहासकार, भटावली गाँव में आता है, जहाँ सदियों से हर अमावस्या को एक व्यक्ति गायब हो जाता है। वह इसे अंधविश्वास मानता है, लेकिन जैसे-जैसे वह गाँव के इतिहास की परतें खोलता है, उसे एहसास होता है कि यह केवल एक कहानी नहीं, बल्कि एक भयानक सच है। गाँव के लोगों का मानना है कि यह श्राप राजा अनिरुद्ध सिंह के अधूरे अनुष्ठान का परिणाम है, जिसने देवता को नाराज़ कर दिया था। अर्जुन ने चेतावनियों को नज़रअंदाज़ करते हुए आधी रात को मंदिर में प्रवेश किया, जहाँ उसे एक अजीब शक्ति