हमारी अधूरी कहानी ?

सुनसान समुद्र तट पर बैठी, अनाया लहरों के शांत संगीत को सुन रही थी। सूर्यास्त का सुनहरा प्रकाश क्षितिज पर फैल रहा था, जैसे किसी चित्रकार ने कैनवास पर सुनहरे रंग बिखेर दिए हों। अनाया की आँखें दूर समुद्र में खोई हुई थीं, जहाँ लहरें अतीत की धुंधली यादों को छू रही थीं।अनाया और आरव की मुलाकात एक कला प्रदर्शनी में हुई थी। अनाया की चित्रकारी की गहरी समझ और आरव की कविताओं में छिपे दर्द ने उन्हें एक-दूसरे की ओर आकर्षित किया। वे घंटों कला, साहित्य और जीवन के अनसुलझे रहस्यों पर बातें करते। उनके बीच एक अटूट बंधन