इक प्यार का नगमा है:

इक प्यार का नगमा है एक विडिओ देखा जो श्री संतोष आनन्द जी का था जिसमें उनके द्वारा लिखे गीत " इक प्यार का नगमा है,मौजों की रवानी है,जिन्दगी और कुछ भी नहीं तेरी-मेरी कहानी है---" का जिक्र था। इससे पहले मुझे पता नहीं था कि यह सुन्दर गीत किसने लिखा है! श्री संतोष आनन्द जी के वर्तमान दुखों का भी विडिओ में जिक्र है। गीत मुझे अल्मोड़ा खींच ले गया। यह गीत सन १९७३ में एक कक्षा ६ में पढ़ने वाली लड़की ने हमारे आवास(डेरा) में गाया था। हम तीन विद्यार्थी उस आवास में रहते थे। मैं कक्षा १२