आगे सायली सबके जाने के बाद अंदर भागी। अंदर जाके देखा सब बच्चे डरे हुए है।सायली को देखते ही सब उसकी और दौड़े । सायली ने सबको शांत कराकर खाना खिलाकर सुला दिया। सबके सो जानेके बाद सायली सोच रही थी। कैसे इन बच्चों का ध्यान रखेगी। करीब करीब 50 बच्चों के भविष्य का सवाल था। और इस आश्रम के मालिक जो सबके पिता समान थे वह भी अब इस दुनिया में नही थे। तभी एक लड़का उठा और सायली के पास आकर बोला दीदी अब हमे यहासे जाना होगा। सायली : नही गोलू देखना सब