टूटे हुए दिलों का अश्पताल - 18

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एपिसोड 18 – साज़िश की परतेंरात का तीसरा पहर था। अस्पताल के गलियारे शांत थे, लेकिन ICU के पास माहौल कुछ अलग था। स्नेहा की हालत स्थिर थी, लेकिन उसका डर अभी भी उसकी आँखों में झलक रहा था। भावेश वहीं बैठा था, लेकिन उसके चेहरे पर चिंता के साथ कुछ और भी था—जैसे कोई बोझ उसे अंदर ही अंदर खा रहा हो।आदित्य और इंस्पेक्टर राजवीर अभी तक इसी सोच में थे कि आखिर स्नेहा पर हमला करने वाला कौन हो सकता है।"हमें उससे जल्द से जल्द बात करनी होगी," राजवीर ने कहा।"पर वो अभी भी सदमे में है। अगर