एपिसोड 4 – पुराने जख्म और नई चुनौतियाँअस्पताल की सफेद दीवारों के बीच समय धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, लेकिन आदित्य के दिल और दिमाग में बीते समय की यादें किसी पुराने जख्म की तरह ताजा थीं। उसकी जिंदगी धीरे-धीरे सामान्य हो रही थी, लेकिन एक नया मोड़ उसकी भावनाओं में भूचाल लाने वाला था।पुरानी यादों का अंधेराआदित्य अभी भी अस्पताल की दिनचर्या में ढलने की कोशिश कर रहा था। उसकी मुलाकात आए दिन अलग-अलग मरीजों से होती, उनकी कहानियाँ सुनता और उन्हें भावनात्मक सहारा देने की कोशिश करता। लेकिन उसके अपने दिल में जो घाव थे, उन्हें कौन भरता?एक