अनोखा विवाह - 27

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पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि अनिकेत, सुहानी को ऑफिस जाने के लिए जैसे तैसे मना ही लेता है पर सुहानी का मन नहीं होता, सुहानी अनिकेत से कुछ कहना चाहती है अपने मन की बात, देखते हैं कि सुहानी जो कभी बोलती भी नहीं है ठीक उसके मन में उसके विचारों में आखिर है क्या.....अब आगे......अनिकेत, सुहानी को बालकनी में लेकर आ गया था सुहानी के पैर में अभी भी हल्का दर्द था तो वो नीचे जमीन पर बैठ जाती है पर अनिकेत उससे वहीं लगे झूले पर बैठने को कहता है पर सुहानी को जमीन पर ज्यादा अच्छा