जादुई लकीरें - 2

अध्याय 2 : बचपन का रहस्य और जन्मों का बंधनकॉलेज का नोटिस बोर्ड – रहस्यमयी चिट्ठीअर्जुन और समायरा जैसे ही नोटिस बोर्ड के पास पहुँचे, वहाँ पहले से ही भीड़ जमा थी। सभी फुसफुसा रहे थे, किसी को समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या हो सकता है।समायरा ने नोटिस बोर्ड से वह चिट्ठी निकाली और पढ़ने लगी— “अर्जुन, तेरी तक़दीर का फैसला पहले ही हो चुका था। तेरी लकीरों की सच्चाई तुझे अब पता चलनी चाहिए। लौट जा अपने अतीत में, क्योंकि वही तेरा भविष्य है।”अर्जुन के चेहरे पर हैरानी और उलझन थी।अर्जुन ने भीड़ की तरफ देखते