बंधन प्यार का - 39

"मैं समझ रही थी वहां ऐसा खाना नही मिलता।"और वे नाश्ता करने लगी।नाश्ता करते हुए कोमल बोली,"आप नरेश भैया के साथ काम करती हो क्या?""नही।"""तो एक साथ पढ़ते होंगे?""नही।""साथ काम नही करते।पढ़े भी  नही हो फिर आप पाकिस्तान की भैया इंडिया के कैसे मिले औऱ प्रेम हुआ?"कोमल  बोली थी।"यह भी एक इत्तफाक है ""कैसे?""एक दिन मैं ट्रेन पकड़ने के लिये दौड़ी आ रही थी औरहिना ,कोमल को बताने लगी कैसे पहली बार वे मिले औऱ उनमें प्यार हुआ।हिना की जुबानी सुनकर कोमल बोली,"यह तो फिल्मों जैसा है।""जिंदगी भी तो फ़िल्म ही है।""भाभी तुम लगती ही नही हो पहली बार हम