नफ़रत-ए-इश्क - 38

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विराट तपस्या को बाहों में उठाकर मंदिर की तरफ ले जाता है और तपस्या उसके मुंह से अपनी शादी की बात सुनकर आंखें बड़ी किए तुरंत उसके गोद से उतरने की कोशिश करते हुए बोली....."आप हमारे साथ मजाक कर रहे हैं ना?"विराट उसे वापस से अपनी बाहों में कसकर भरते हुए सर्द आवाज में......"आज कर लिया दोबारा से कभी मेरे बाहों से खुद को छुड़ाने की कोशिश की तो अंजाम बहुत बुरा होगा mrs अग्निहोत्री।""लेकिन mrs अग्निहोत्री तो हम चार दिन बाद बनने वाले हैं ना यूं अचानक से आप.... "आप ने ही तो कहा था थोड़ी देर पहले के अभी