CH.2 आंखें हैं या कयामतजहा बेला अपने रास्ते गई वही वीर अपने रास्ते । नजाने क्यों वीर का ध्यान बार बार बेला पर जा रहा था। करीब 2 घंटे के बाद बेला घर आई वह फ्रेश होके बाल्कनी में चली गई उसकी नजर कही न कही वीर को देखना चाहती थी। उसने यहां वहा नजर घुमाई वीर न दिखने पे याने अपना फोन स्क्रॉल करना शुरू किया । 5 minute बाद वीर घर से बाहर आया उसने मैरून शर्ट ब्लैक जींस शूज पहने थे उसकी हाई 6ft’ थी और बॉडी थी जिसे वह और भी स्मार्ट लग रा था। वीर