राजकुमारी कुंद्रा गुस्से में कुछ कहने ही वाली थी कि लेकिन राजकुमारी मुंद्रा उन्हें रोक लेती है, और राजकुमारी मुंद्रा बोलती है, "अब हमें महल चलना चाहिए वरना पिता श्री ने जो हमारे लिए विशेष आयोजन करवाया है हमें उसमें पहुंचना होगा और कुंद्रा तुम महल के पीछे से आना जिससे किसी को शक न हो समझी चलो पहले तुम निकलो।"यह सब बातें राजकुमार अंकन सुन रहा था और मन ही मन में उसने कहा, "इस बार कुंद्रा इस बार महल नहीं पहुंच पाएगी क्योंकि हम उसे पहुंचने भी नहीं देंगे।"इतना सुनकर राजकुमार अंकन भी वहां से चला जाता है