राजकुमारी लीलावती की अनुमति से राज दरबार का आयोजन किया गया. पूर्णिमा की रात्री में राजभवन में विशाल सभामंडप सजाया गया. राज सिंहासन पर राजकुमारी विराजमान है. समीप ही राजकुमारी लीलावती की सहेलियाँ और सेविकायें तथा राज परिवार से संबंधित महिलाएं बैठी है. आज का दरबार सम्पूर्ण रात्रि भर चलेगा.राजकुमारी के सामने एक भद्रासन पर विक्रमादित्य बैठे हैं. भद्रासन इतना निकट है कि राजकुमारी राजा विक्रमादित्य की बात आसानी से सुन सके, कक्ष के मध्य में सोने की चौकी पर रत्नजटित स्वर्णदीपिका जल रही है, फूलदान रखे हुए हैं उनमें रखे पुष्प अपनी सुगंध फैला रहे हैं, एक शीतल जल