दो दिलों का मिलन - भाग 11

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सुनामी जैसा प्यारलोकेश और मुस्कान बाहर निकले और वे दोनों अपनी कार की ओर बढ़ने लगे। हरे-भरे रास्ते पर चाँदनी रात की हवा उनके चेहरे से टकरा रही थी, जैसे कोई नई शुरुआत हो रही हो। लोकेश ने मुस्कान का हाथ पकड़ा और उसे अपनी तरफ खींच लिया। "हम दोनों हमेशा साथ रहेंगे, मुस्कान। चाहे जो हो, मैं तुमसे कभी दूर नहीं जाऊँगा।"मुस्कान ने हल्के से मुस्कुराते हुए उसकी आँखों में देखा। उसकी आँखों में प्यार और विश्वास था, जो दिल को छूने वाला था। "लोकेश, तुम्हारे साथ होने से मुझे किसी भी मुश्किल का डर नहीं है। मुझे यकीन