Nafrat e Ishq - Part 17

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शॉपिंग के बाद जब सभी कैब में बैठे, तो माहौल पहले से ही मस्त था।आर्यन ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा, "भाई, आज जो खर्चा हुआ है, उससे तो मेरी आत्मा भी किस्तों में बाहर जाएगी।"नीलू ने ठहाका लगाया, "क्यों? अपनी 'डिस्काउंट स्किल' कहाँ गई? आज तो सेल्समैन ने तुझे ही डिस्काउंट दे दिया, वो भी बिना माँगे—'अगली बार पक्का कुछ और दिलाएंगे' वाला!"सहदेव ने मुस्कुराते हुए बाहर की ठंडी हवा को अपने चेहरे पर महसूस किया। "कसम से, ये दिन अलग ही था। ऑफिस और घर के रूटीन से बाहर निकलकर पहली बार असली ज़िंदगी जी रही है।"शालिनी