रहस्यमयी हवेली और जादुई भूत

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### **रहस्यमयी हवेली और जादुई भूत**  गंगा किनारे बसा **सिंहगढ़ गाँव** अपने शांत माहौल के लिए मशहूर था। मगर, गाँव के बाहर खड़ी **काली हवेली** का नाम सुनते ही लोग कांप उठते थे। कहते थे कि वह हवेली अभिशप्त थी—रात में वहाँ से रोशनी चमकती, अजीब-अजीब आवाज़ें आतीं, और कभी-कभी तो हवा में उड़ती परछाइयाँ भी दिखतीं।  गाँव के बुजुर्गों का कहना था कि **पाँच सौ साल पहले** यह हवेली एक शक्तिशाली तांत्रिक **कालनेश्वरी बाबा** की थी। वह जादू-टोने और रहस्यमयी शक्तियों का स्वामी था। परंतु उसकी मौत के बाद उसकी आत्मा हवेली में कैद हो गई और तब से वहाँ कोई