रेडियो पर वह सॉन्ग चल रहा था चाहा तो बहुत न चाहे तुम्हें चाहत पे मगर कोई जौर नहीं..अखिलेश को वह गीत बहुत ही पसंद था वह जब भी अंकिता को मिलने जाता था तो यह एक लाइन तो जरूर सुनता था उनकी कई मुलाकाते उसे अखिलेश के जीवन पर बहुत गहरा असर कर गई थी और अब इस दौर में वह पागल हो रहा था क्यों उसके साथ यह इतना बड़ा धोखा हुआ उसे पता ही नहीं था..अखिलेश और अंकिता एक कंपनी में काम के दौरान संपर्क में आए थे पहले ही नजर में अखिलेश को अंकिता खूब भा गई