मां ,,अपनी पत्नी के साथ क्या करना है और क्या नहीं इसका फैसला सिर्फ मैं करूंगा और आप टेंशन मत लीजिए मैं हूं ना सब सिखा दूंगा उसे अभी आप ये बताइये वो है कहां,,,,,,,,,,,,, सावित्री जी चिढ़ते हुए मुझे नहीं पता,, आराम कर रही होगी कहीं बैठी ,,,,,,,,,,,,,,,,,चलिए ठीक है मां मैं देखता हूं........अनिकेत किचन में सब बातों से अनजान आटा गूंथ रही थी या यूं कहें आटे में समुद्र बना रही थी और पास ही श्यामू काका खड़े थे तभी अनिकेत किचन में आता है,,,,,,,,,,,काका दो चेयर लेकर आइये ,,,,जी छोटे मालिकअनिकेत चेयर पर बैठ कर सुहानी को