श्री गणेशाय नमः बैकुंठपुरा गांव में जहां एक भव्य श्री कृष्ण के मंदिर में भजन कि आवाज पूरे वातावरण को शुद्ध और शांति स्थापित कर दिया ओ.. ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान ! मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी मुझको तु पहचान मधुर सुना दो तान.. ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान जब से तुम संग मैंने अपने नैना जोड़ लिये हैं क्या मैया क्या बाबुल सबसे रिश्ते तोड़ लिए हैं तेरे मिलन को व्याकुल हैं ये कबसे मेरे प्राण मधुर सुना