वेब सीरीज :_ पाताल लोक (सीजन 2) रिव्यू

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____________________ "सूरज की सेंक में/सुलगते हैं..... स्वप्न/ जिंदगी फिर भी/ रचती रहती है .....नए-नए ख्वाब" (पुष्पिता अवस्थी नीदरलैंड्स) की यह पंक्तियां इस डार्क वेब सीरीज के पात्रों के लिए ही लिखी गई हो मानो। आपको वास्तविक जिंदगी, ढेरों टर्न न ट्विस्ट के साथ दिखाई जाए ऐसे पुलिस वालों की जिनकी आत्मा और जमीर अभी तक मरा नहीं है तो वह पसंद आएगा ही । साथ में आम व्यक्ति, किसान, थर्ड जेंडर का दर्द, पुलिस विभाग की अपनी राजनीति और मीडिया हाउसेस के पीछे की सच्चाई दिखाई भी बेबाकी से दिखाई गई थी इस अंडररेटेड वेब सीरीज में। इसी कारण भाग