जुगनू दूध वाला.बदहवास सा .भूत...भूत ...कहे जा रहा था,उसे देख गली के कुछ बच्चे उसके पीछे पीछे दौड़े,और कुछ महिलाएं भी साथ हो लीं ..सब एक ही बात पूछ रहे थे, "जुगनू भैया हुआ क्या ? ...लेकिन जुगनू कुछ बोलने की हालत में ना था.. दयाल सिंह जो .प्राइमरी के मास्टर थे, उधर से गुजर रहे थे,उन्होंने ये सब देखा तो उसी ओर मोड़ कर अपनी साइकिल की गति तेज कर दी,और आगे से जुगनू को पकड़ लिया ,"क्या हुआ जुगनू?"भैया ...वो वो ...भूत वहाँ"जुगनू की ऐसी हालत देख ,दयाल सिंह ने पास के पोखर से एक बच्चे को पानी