रिश्ते का बांध - भाग 10

***"और तब अपने हाथों से बनाये हुए कागज़ों को मल्लिका ने कालिदास को सौंपते हुए पूँछा.. "क्या तुम मेरे इन बनाये हुए कागज़ों पर अपने जीवन का सबसे उत्कृष्ट ग्रंथ लिखोगे..कालिदास?कालिदास हरेक कागज़ को पलट-पलट कर देखने लगे..उनकी आँखो में आँसू भर आये..और भावुक होते हुए उन्होंने मल्लिका को उत्तर दिया" मल्लिका, तुम कहती हो कि  मैं इन कागजों पर सबसे उत्कृष्ट ग्रंथ लिखूं...देखो.. हर कागज़ पर तुम्हारे नाखून खुरचने के और आंसुओ के सूख चुके निशान हैं..जो निश्चित ही बहुत याद आने पर भी मुझे ना देख पाने की तुम्हारी बेबसी को बयान करते हैं.....इन कागज़ों पर तो पहले