पहली मुलाकात - एक प्रेम कहानी - भाग 3

एक सुखद एहसाससमय गुजरता गया, और राधिका हमारे परिवार का अभिन्न हिस्सा बन गई। उसकी मौजूदगी ने घर को एक नई ऊर्जा और खुशियों से भर दिया। वो घर के हर सदस्य के साथ अपने रिश्ते को निभाने में इतनी सहज थी कि किसी को ये महसूस नहीं होता था कि वो नई है।मेरी नौकरी में तरक्की हुई, लेकिन असली खुशी तब मिलती थी जब दिन के अंत में घर लौटकर राधिका के मुस्कुराते हुए चेहरे को देखता। वो मेरी हर मुश्किल में मेरा सहारा बनती, और मैं उसकी हर छोटी-बड़ी जरूरत में उसके साथ खड़ा रहता।हम दोनों ने मिलकर