अनूठे बी डी राय

अभी कुछ दिन पहले मुझे गुड़गाँव के एक नामी-गिरामी अस्पताल में अपनी पत्नी के इलाज के सिलसिले में रहना पड़ा था। वहाँ एक कम उम्र की नर्स मुझे जानी-पहचानी-सी लगी। कुछ वर्ष पहले मैं मणिपुर में ही था, अतः मैने सहज भाव से नर्स से पूछ ही लिया कि क्या वह मणिपुर से थी। नर्स ने बताया कि वह दार्जिलिंग से है और उसका नाम नेहा राय है। उसके नाक-नक्श से साफ था कि वह बंगाली न होकर दार्जिलिंग की बौद्ध है। उसे देखकर मुझे न जाने क्यों लगता था कि वह मेरेे एक पुराने साथी बी. डी. राय की