गाँव के किनारे एक छोटा सा घर था, जहाँ आर्यन और रिया रहते थे। दोनों बचपन से ही अच्छे दोस्त थे, साथ खेलते, पढ़ते, और एक-दूसरे की मदद करते थे। उनके बीच एक अनजाना सा रिश्ता था, जिसे वे खुद भी समझ नहीं पाते थे। जब भी आर्यन रिया से मिलता, उसे लगता जैसे समय थम जाता हो। रिया के चेहरे पर एक मुस्कान, उसकी आँखों में गहरी मासूमियत, सब कुछ आर्यन को अपने अंदर समेट लेता था।रिया भी आर्यन को बहुत पसंद करती थी, लेकिन उसे यह अहसास नहीं था कि यह सिर्फ दोस्ती नहीं, कुछ और भी है।