हिना अपने कमरे में जाकर लेट गई।हिना बहुत थक गई थी पता नहीं क्यों उसे होली वाला दिन याद आ गया।क्या क्या हुआ था उस दिन।राज की इतनी याद क्यों आ रही है मुझे।।क्या हुआ था उस दिन मैंने कुछ ग़लत किया था।अगर मैं मान लेती तो शायद आज मेरे साथ होता।ना जाता दूर मुझे से।मेरी मांग भर चुका था पर मैं इस दुनिया की रस्में को ही माना था।ओह शायद राज सही था।मैं ग़लत थी हमेशा से।फिर हिना अतीत में चली गई।अगले दिन सुबह राज जागिग से वापस आता है और फिर कंचन को रोज की तरह बुलाता है