कला और रिश्तों का सफर

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अध्याय 1: अवनि और उसका सपनागाँव के छोटे से कोने में बसे एक नीले पहाड़ की छांव में, एक लड़की की आँखों में बड़े-बड़े सपने चमकते थे। उसका नाम था अवनि। अवनि के पास शब्दों का जादू था, और वह हमेशा किताबों में खोई रहती। उसका दिल था, जो ताजगी से भरा हुआ था, जैसे सुबह की पहली किरण हो, और उसके मन में एक अनजानी सी दुनिया के दर्शन का सपना पलता था।वह पहाड़ी गाँव, जहाँ प्रकृति अपनी पूरी महिमा के साथ बसी हुई थी, हर सुबह ताजगी से सराबोर होता। धुंधली राहों पर चलते हुए पक्षियों की चहचहाहट