अफ़सोस !

"मेरे जाने के बाद सबसे कम अफसोस तुम्हें ही होगा !" " ऐसा मत कहो !" "सच कह रही हूं ।" "भला तुम ऐसा कैसे कह सकती हो ?" रेखा ने एक बड़ी सी मुस्कान दी ! "मुस्कुराओ मत , साफ साफ कहो न ऐसा क्यों कह रही हो ? क्या तुम्हें मेरा प्रेम स्वार्थी लगता है या तुम्हें लगता है की मैंने तुमसे कभी प्रेम नहीं किया ?" "नहीं , नहीं ऐसी कोई बात नहीं है ! इस संसार में मुझे सबसे ज्यादा सिर्फ़ तुमसे ही प्रेम मिला है ।" "तो ये तुम हमेशा जानें या मरने की बातें