नया साल नया सफ़र शुरू हो रहा हैं l नई उमंगे नई ख्वाइशों को बो रहा हैं ll मानवता का कल्याण करने के लिए l महा युग में नूतन निर्माण हो रहा हैं ll नये भारत के नया उत्थान के वास्ते l महाक्रांति की ज्वाला सजो रहा हैं ll नव वर्ष का स्वागत शान से करो कि l लोगों के दिल करुणा से भिगो रहा हैं ll जागृत नागरिक का इनाम देना होगा l नीडरों से सर्दीयों वास्ता जो रहा हैं ll १-१-२०२५ जिंदगी का फलसफा जिंदगी का फलसफा कोई नहीं समझ पाया हैं l चाहा