अमन जो बाहर ही खडे सन्ध्या जी का वैट कर रहा था, संध्या जी को आते देख उनके पास आकर कुछ पूछ ने को था के उनका चेहरा देख और कुछ पूछ ने की हिम्मत नहीं कर पाया।"आप ठिक है आंटी"?? बस इतना पूछ वो वहीं उनके सामने ही रुक गया।"उसके साथ रहना ।"बस इतना ही बोलते हुए सन्ध्या जी अमन के गालों को हलका सहलाते हुए वहां से चले ही जा रहे थे के सन्ध्या जी के बहेते आंसुओं को देख अमन गुसेसे बोला..."आप के बेटे को किसी को साथ की ज़रूरत हे क्या???? वो खुद ही काफी हे