एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक युवा शोधकर्ता, आर्यन, रहता था। आर्यन को चीजों को गहराई से समझने और समस्याओं को हल करने का बड़ा शौक था। उसने फैसला किया कि वह अपने गाँव में खेती की समस्या का समाधान करेगा, क्योंकि लगातार फसल खराब हो रही थी और किसान परेशान थे।आर्यन ने अपने कॉलेज के समय में सीखी हुई "वैज्ञानिक पद्धति" (Scientific Method) को इस्तेमाल करने का निश्चय किया। उसने सोचा कि किसी भी समस्या को सुलझाने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है।पहला चरण: समस्या की पहचानआर्यन ने सबसे पहले किसानों से