चांदनी का इंतजार

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चाँदनी का इंतज़ारछोटे से गाँव में, जहाँ हर सुबह पक्षियों की चहचहाहट और खेतों की ताज़गी भरी खुशबू से होती थी, वहाँ चाँदनी रहती थी। उसकी आँखें गहरी और चमकदार थीं, मानो उनमें पूरा आसमान समाया हो। वह हर शाम नदी के किनारे बैठकर किताब पढ़ा करती थी। गाँव का हर लड़का उसे देखकर ख्वाब बुनता, लेकिन उसका दिल कहीं और था।उसका इंतज़ार था अर्जुन का। अर्जुन गाँव का ही लड़का था, लेकिन अब वह शहर में पढ़ाई कर रहा था। चाँदनी और अर्जुन बचपन से एक-दूसरे के करीब थे। गाँव की गलियों में खेलते-खेलते कब उनके दिल एक-दूसरे के