"अरे अरे स्वीटहार्ट अभी से लड़खड़ाने लगी अभी तो जिंदगी भर ठोकर खानी है खुद को अकेले संभालने की आदत डाल दीजिए स्वीटहार्ट क्योंकि कल से आपका यार नहीं होगा आपको संभालने के लिए।"दूर कोने में गाड़ी में बैठा कबीर की तरफ इशारा करते हुए मोक्ष ने कहा और तिरछा स्माइल देकर वहां से जाने लगा।काया वहीं खड़ी गुस्से नफरत और दर्द के साथ बहते आंसू भर नजरों से उसे देखने लगी और चीख कर बोली"You are sick Mr Shekhawat, आप इस सोसायटी में रहने के लायक नहीं है। आपको तो पागलखाने में रखना चाहिए।"कहकर वो पीछे मुड़कर जाने लगी